नमस्कार दोस्तों ! आज हम अपनी इस पोस्ट में आपको विष्णु सहस्रनाम पीडीएफ (Vishnu Sahasranamam In Hindi PDF Free Download) देने वाले हैं। विष्णु सहस्रनाम हिंदू धर्म के सबसे लोकप्रिय और पवित्र स्त्रोतों में से एक है। इस स्त्रोत में भगवान विष्णु जी के हजार नामों का वर्णन किया गया है।
गीताप्रेस गोरखपुर द्वारा प्रकाशित विष्णु सहस्रनाम पीडीएफ (Vishnu Sahasranamam In Hindi PDF Free Download) का लिंक आपको पोस्ट में नीचे दिया गया है। जहां से आप विष्णु सहस्रनाम की पीडीएफ (Vishnu Sahasranamam In Hindi PDF Free Download) आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं।
विष्णु सहस्रनाम (Vishnu Sahasranamam) क्या है ?
विष्णु सहस्रनाम (Vishnu Sahasranamam) भगवान विष्णु जी के हजार नामों वाला हिंदू धर्म के सबसे लोकप्रिय और पवित्र स्त्रोतों में से एक है। इस स्त्रोत में भगवान विष्णु जी के हजार नामों का वर्णन है। महाभारत में उपलब्ध सबसे लोकप्रिय संस्करण मे से एक विष्णु सहस्रनाम भी है। विष्णु सहस्रनाम का एक अन्य संस्करण पद्म पुराण और मत्स्य पुराण में भी मिलता है। इस स्त्रोत में लिखा प्रत्येक नाम भगवान विष्णु जी के कुछ असंख्य गुणों को प्रदर्शित करता है। पूजा करते समय अनेक हिंदू परिवार इसका पाठ करते हैं। हिन्दू धर्म में लोग मानते हैं कि विष्णु सहस्रनाम को पढ़ने या सुनने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं।
विष्णु सहस्रनाम (Vishnu Sahasranamam) का पाठ करने के नियम
विष्णु सहस्रनाम का पाठ करने के कुछ नियम हैं, जो निम्नलिखित हैं :-
- विष्णु सहस्रनाम का पाठ करने से पहले अपनी शुद्धता का ध्यान विशेष रूप से रखना चाहिए। इसलिए सबसे पहले आप सुबह के समय स्नान अवश्य कर लें।
- अब आप भगवान विष्णु जी की तस्वीर या मूर्ति के सामने बैठ जाएं और पाठ करने के लिए विष्णु सहस्रनाम की पुस्तक को ससम्मान पाट के आसन पर विराजमान कर लें।
- विष्णु सहस्रनाम का पाठ करते समय पीले रंग के वस्त्र धारण कर करें। क्योंकि पीले वस्त्र धारण कर विष्णु सहस्रना का पाठ करना अतिउत्तम रहता है।
- भगवान विष्णु जी को प्रसाद के रूप में चने या गुड़ का पीला मिष्ठान्न अर्पित करना चाहिए।
- आप जितने भी दिन विष्णु सहस्रनाम का पाठन करते हैं आपको उतने दिन सात्विक भोजन का ही सेवन करना चाहिए।
- अगर आप विष्णु सहस्रनाम का पाठ संस्कृत में स्पष्ट रूप से नहीं कर पा रहे हैं, तो आप विष्णु सहस्रनाम का पाठ हिंदी में भी कर सकते हैं।
- विष्णु सहस्रनाम का पाठन करने के पश्चात भगवान विष्णु जी की पूरे विधि-विधान के साथ पूजा करनी चाहिए और उसके बाद प्रसाद का वितरण भी करना चाहिए।
- मनोकामना की पूर्ति के लिए विष्णु सहस्रनाम का पाठन बृहस्पतिवार को करना चाहिए क्योंकि इस दिन विष्णु सहस्रनाम का पाठ करना अधिक शुभ माना जाता है।
विष्णु सहस्रनाम (Vishnu Sahasranamam) का पाठ करने के लाभ
विष्णु सहस्रनाम का पाठ नियमित रूप से करने पर आपको निम्नलिखित लाभ होते हैं :-
- विष्णु सहस्रनाम का पाठन करने से घर में कभी भी धन सम्पदा का अभाव नहीं रहता है।
- प्रतिदिन विष्णु सहस्रनाम का पाठन करने से संतान के दायित्त्व की पूर्ति होती है।
- इस स्त्रोत का नियमित पाठन करने से आपके विवाह में आने वाली बाधाएं नष्ट हो जाती हैं।
- यदि जातक के कुंडली में 6,8 और 12 वें भाव में गुरु है तो विष्णु सहस्रनाम का पाठन करना अति फलदायी होता है तथा गुरु की पीड़ा भी दूर हो जाती है।
- रामनवमी, अनंत चतुर्दशी, एकादशी, जन्माष्टमी, पुरुषोत्तम मास तथा तीर्थ क्षेत्र आदि शुभ अवसरों पर विष्णु सहस्रनाम का पाठन करने से जातक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं।
- विष्णु सहस्रनाम के पाठन से आपके जीवन में निरंतर प्रगति होती रहती है।
Vishnu Sahasranamam In Hindi PDF Free Download
पुस्तक का नाम / Name of Book |
विष्णु सहस्रनाम / Vishnu Sahasranamam |
पुस्तक के लेखक / Author of Book |
महर्षि वेदव्यास / Maharishi Vedvyas |
पुस्तक की भाषा / Language of Book |
हिंदी / Hindi |
फाइल प्रारूप / File Format |
पीडीएफ / PDF |
पुस्तक का आकार / Size of E-book |
1.5 MB |
पुस्तक में कुल पृष्ठ / Total pages in E-book |
34 पृष्ठ |
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Vishnu Sahasranamam In Hindi PDF Free Download | गीताप्रेस गोरखपुर द्वारा प्रकाशित विष्णु सहस्रनाम पीडीएफ फ्री डाउनलोड
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निष्कर्ष :- विष्णु सहस्रनाम (Vishnu Sahasranamam) भगवान विष्णु जी के हजार नामों वाला हिंदू धर्म के सबसे लोकप्रिय और पवित्र स्त्रोतों में से एक है। इस स्त्रोत में भगवान विष्णु जी के हजार नामों का वर्णन है। यह महाभारत के सबसे लोकप्रिय संस्करण मे से एक है। पद्म पुराण और मत्स्य पुराण में भी इसका एक अन्य संस्करण उपलब्ध है। इसमें लिखित प्रत्येक नाम भगवान विष्णु जी के असंख्य गुणों को प्रदर्शित करता है।
यदि पोस्ट में दी गई गीताप्रेस गोरखपुर द्वारा प्रकाशित विष्णु सहस्रनाम पीडीएफ (Vishnu Sahasranamam In Hindi PDF Free Download) डाउनलोड नहीं हो रही है या डाउनलोड लिंक ठीक प्रकार से काम नहीं कर रहा है तो आप कमेंट कर सकते हैं और अगर आपको अन्य किसी पीडीएफ की भी जरूरत है तो भी आप कमेंट कर या कांटेक्ट पेज (Contact Page) के द्वारा हमसे संपर्क कर सकते हैं।
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FAQs : Frequently Asked Questions
Q : विष्णु सहस्त्र का पाठ कैसे करना चाहिए?
Ans : विष्णु सहस्रनाम (Vishnu Sahasranamam) का पाठ करने के कुछ नियम होते हैं, जो निम्नलिखित हैं :-
- विष्णु सहस्रनाम का पाठ करने से पहले आप सुबह के समय स्नान अवश्य कर लें।
- अब आप भगवान विष्णु जी की तस्वीर या मूर्ति के सामने बैठ जाएं और पाठ करने के लिए विष्णु सहस्रनाम की पुस्तक को ससम्मान पाट के आसन पर विराजमान कर लें।
- विष्णु सहस्रनाम का पाठ करते समय पीले रंग के वस्त्र धारण करना अतिउत्तम रहता है।
- भगवान विष्णु जी को प्रसाद के रूप में चने या गुड़ का पीला मिष्ठान्न अर्पित करना चाहिए।
- आप जितने भी दिन विष्णु सहस्रनाम का पाठन करते हैं आपको उतने दिन सात्विक भोजन का ही सेवन करना चाहिए।
- अगर आप विष्णु सहस्रनाम का पाठ संस्कृत में स्पष्ट रूप से नहीं कर पा रहे हैं, तो आप विष्णु सहस्रनाम का पाठ हिंदी में भी कर सकते हैं।
- विष्णु सहस्रनाम का पाठन करने के पश्चात भगवान विष्णु जी की पूरे विधि-विधान के साथ पूजा करनी चाहिए और उसके बाद प्रसाद का वितरण भी करना चाहिए।
- मनोकामना की पूर्ति के लिए विष्णु सहस्रनाम का पाठन बृहस्पतिवार को करना चाहिए क्योंकि इस दिन विष्णु सहस्रनाम का पाठ करना अधिक शुभ माना जाता है।
Q : विष्णु सहस्रनाम कब पढ़ना चाहिए?
Ans : विष्णु सहस्रनाम (Vishnu Sahasranamam) के पाठन की शुरुआत गुरुवार के दिन से करनी चाहिए। इस दिन से आरंभ करने से आपकी मनोकामना शीघ्र ही पूर्ण होती है।
Q : विष्णु सहस्त्रनाम पाठ करने से क्या लाभ होता है?
Ans : विष्णु सहस्रनाम (Vishnu Sahasranamam) का पाठ करने से आपको अनेक लाभ होते हैं, जो निम्नलिखित हैं :-
- विष्णु सहस्रनाम का पाठन करने से घर में कभी भी धन सम्पदा का अभाव नहीं रहता है।
- प्रतिदिन विष्णु सहस्रनाम का पाठन करने से संतान के दायित्त्व की पूर्ति होती है।
- इसके नियमित पाठन करने से आपके विवाह में आने वाली बाधाएं नष्ट हो जाती हैं।
- यदि जातक के कुंडली में 6,8 और 12 वें भाव में गुरु है तो विष्णु सहस्रनाम का पाठन करना अति फलदायी होता है तथा गुरु की पीड़ा भी दूर हो जाती है।
- रामनवमी, अनंत चतुर्दशी, एकादशी, जन्माष्टमी, पुरुषोत्तम मास तथा तीर्थ क्षेत्र आदि शुभ अवसरों पर विष्णु सहस्रनाम का पाठन करने से जातक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं।
- विष्णु सहस्रनाम के पाठन से आपके जीवन में निरंतर प्रगति होती रहती है।
Q : विष्णु जी कैसे प्रसन्न होते हैं?
Ans : हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, बृहस्पतिवार के दिन पीले वस्त्र धारण करने और भगवान विष्णु जी का व्रत रखने से भगवान विष्णु जी अवश्य ही प्रसन्न होते हैं और घर में सुख शांति सदा बनी रहती है।
Q : क्या हम विष्णु सहस्रनाम रोज पढ़ सकते हैं?
Ans : हां, आप विष्णु सहस्रनाम (Vishnu Sahasranamam) रोज पढ़ सकते हैं। प्रतिदिन विष्णु सहस्रनाम का पाठ करने से आपके आत्मविश्वास में वृद्धि होती है।
Q : विष्णु सहस्रनाम में कितने नाम हैं?
Ans : विष्णु सहस्रनाम (Vishnu Sahasranamam) हिंदू धर्म के सबसे लोकप्रिय और पवित्र स्त्रोतों में से एक है। इस स्त्रोत में भगवान विष्णु जी के हजार नामों का वर्णन किया गया है। महाभारत में उपलब्ध सबसे लोकप्रिय संस्करण मे से एक विष्णु सहस्रनाम भी है।