नमस्कार दोस्तों ! आज हम आपको इस पोस्ट में श्रीरामचरितमानस के बालकाण्ड पाठ की पीडीएफ (Bal Kand In Hindi PDF Free Download) देने वाले हैं। बालकाण्ड महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित रामायण और गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित श्री रामचरितमानस महाकव्य का पहला अध्याय है। श्री रामचरितमानस की रचना गोस्वामी तुलसीदास जी ने की थी। श्री रामचरितमानस में सात अध्याय हैं- बालकाण्ड, अयोध्याकाण्ड, अरण्यकाण्ड, किष्किन्धाकाण्ड, सुन्दरकाण्ड, लंकाकाण्ड (युद्धकाण्ड) तथा उत्तरकाण्ड।
बालकांड श्रीरामचरितमानस का सबसे बड़ा अध्याय है। इस अध्याय में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम जी के जन्म से लेकर श्रीराम और सीता जी के विवाह तक के घटनाक्रम के बारे में विस्तार से बताया गया है तथा महत्त्वपूर्ण प्रसंगों का भी उल्लेख किया गया है। गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित श्रीरामचरितमानस के बालकाण्ड में 7 श्लोक, 341 दोहे, 25 सोरठे, 39 छंद और 358 चौपाई हैं।
श्रीरामचरितमानस के बालकांड पाठ की पीडीएफ (Bal Kand In Hindi PDF Free Download) का लिंक पोस्ट में नीचे दिया गया है। जहां से आप बालकांड पाठ की पीडीएफ डाउनलोड (Bal Kand In Hindi PDF Free Download) आसानी से कर सकते हैं।
गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित श्री रामचरितमानस महाकव्य के बालकांड का सारांश
अयोध्या नगरी में राजा दशरथ नामक राजा हुए जिनकी कौशल्या, कैकेयी और सुमित्रा नामक तीन सुंदर पत्नियाँ थीं। अयोध्यापति राजा दशरथ ने संतान प्राप्ति के लिए अपने गुरु श्री वशिष्ठ की आज्ञा के अनुसार पुत्रकामेष्टि यज्ञ करवाया जिसे ऋषि ऋंगी ने सम्पन्न किया। राजा दशरथ की भक्ति की भावना से पूर्ण आहुतियों से खुश होकर भगवान अग्निदेव स्वयं प्रकट हुए और उन्होंने स्वयं राजा दशरथ को हविष्यपात्र (खीर, पायस) दिया, जिसे राजा दशरथ ने अपनी तीनों पत्नियों में समान रूप से बाँट दिया। इस खीर का सेवन करने के परिणामस्वरूप कौशल्या के गर्भ से श्रीराम का, कैकेयी के गर्भ से भरत का तथा सुमित्रा के गर्भ से लक्ष्मण और शत्रुघ्न का जन्म हुआ।
सभी राजकुमारों के बड़े होने जाने पर ऋषि विश्वामित्र अपने आश्रम की राक्षसों से रक्षा के लिए राजा दशरथ से श्रीराम और लक्ष्मण को मांग कर अपने साथ आश्रम ले गये। आश्रम की रक्षा करते हुए एक तरफ श्रीराम ने ताड़का और सुबाहु जैसे भयानक राक्षसों को मार डाला और राक्षस मारीच को बिना फर वाले बाण से मार कर समुद्र के पार भेज दिया तो दूसरी तरफ लक्ष्मण ने राक्षसों की पूरी सेना का संहार कर डाला।
राजा जनक के निमंत्रण मिलने पर धनुषयज्ञ में सम्मिलित होने के लिए ऋषि विश्वामित्र श्रीराम और लक्ष्मण के साथ राजा जनक की नगरी मिथिला (जनकपुर) आ गये। रास्ते में श्रीराम ने गौतम मुनि की स्त्री अहल्या का उद्धार किया। जनकपुर में राजा जनक की पुत्री सीता जी, जिन्हें जानकी के नाम से भी जाना जाता है, के स्वयंवर का आयोजन भी था। सीता जी के स्वयंवर में श्रीराम ने राजा जनक की प्रतिज्ञा के अनुसार शिवधनुष को तोड़ कर सीता जी के साथ विवाह किया। श्रीराम और सीताजी के विवाह के साथ ही साथ गुरु वशिष्ठ ने भरत का माण्डवी से, लक्ष्मण का उर्मिला से और शत्रुघ्न का श्रुतकीर्त से विवाह करवाया।
Bal Kand In Hindi PDF Free Download
गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित श्री रामचरितमानस महाकव्य के Bal Kand In Hindi PDF Free Download करने के लिए नीचे दिए गए बटन पर क्लिक करे :-
You have to wait 45 seconds.
निष्कर्ष : उम्मीद करता हूँ कि आपके लिए यह पोस्ट फायदेमंद रही होगी और आपको पसंद भी आई होगी। इसलिए इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करे। प्रस्तुत Bal Kand In Hindi PDF Free Download में व्याख्या करते समय सरल और सहज वाक्यों का प्रयोग किया गया है जिससे इसके अर्थ को समझने में आसानी होती है। यदि आपको Bal Kand In Hindi PDF Free Download करने में कोई परेशानी आ रही है या आपको किसी और पीडीएफ की भी जरूरत है तो आप कमेंट कर बता सकते हैं।
यह भी पढ़ें :-
- Sunderkand PDF Download In Hindi | गीताप्रेस गोरखपुर द्वारा प्रकाशित श्रीरामचरितमानस के सुंदरकांड पाठ की पीडीएफ Free Download
- Sunderkand In English PDF Download | Sunderkand PDF | Sunderkand PDF Download Free
- Shrimad Bhagwat Geeta In Hindi PDF Download | गीताप्रेस द्वारा प्रकाशित Best Shrimad Bhagwat Geeta in Hindi PDF Download
- Shrimad Bhagwat Geeta PDF in English | Download Bhagwat Geeta In English PDF Free
- हनुमान चालीसा : Hanuman Chalisa Pdf | Hanuman Chalisa In Hindi | Hanuman Chalisa All Language Pdf Download | Top 9 Language Hanuman Chalisa Pdf
FAQs : Bal Kand In Hindi PDF Free Download FAQs
Q : बालकांड में किसका वर्णन किया गया है?
Ans : Bal Kand छन्दों की संख्या के अनुसार महाकाव्य श्रीरामचरितमानस का सबसे बड़ा अध्याय है। इस अध्याय में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम जी के जन्म से लेकर श्रीराम और सीता जी के विवाह तक के घटनाक्रम के बारे में विस्तार से बताया गया है तथा महत्त्वपूर्ण प्रसंगों का भी उल्लेख किया गया है। गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित श्रीरामचरितमानस के बालकाण्ड में 7 श्लोक, 341 दोहे, 25 सोरठे, 39 छंद और 358 चौपाई हैं।
Q : रामायण के बालकांड में कुल कितने श्लोक हैं?
Ans : महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित महाकाव्य रामायण के बालकाण्ड के 77 सर्ग में कुल 2280 श्लोक हैं। महर्षि वाल्मीकि की रामायण के Bal Kand का प्रथम सर्ग ‘मूलरामायण’ के नाम से प्रसिद्ध है।
Q : बाल कांड की पहली चौपाई कौन सी है?
Ans : श्रीरामचरितमानस के बालकाण्ड की पहली चौपाई निम्नलिखित है :-
मंगलाचरण वर्णानामर्थसंघानां रसानां छन्दसामपि। मङ्गलानां च कर्त्तारौ वन्दे वाणीविनायकौ।।
Q : बालकांड में कितने सर्ग हैं?
Ans : महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित महाकाव्य रामायण के Bal Kand में कुल 77 सर्ग हैं।
Q : सबसे बड़ा कांड कौन सा है?
Ans : श्री रामचरितमानस में सात कांड हैं- बालकाण्ड, अयोध्याकाण्ड, अरण्यकाण्ड, किष्किन्धाकाण्ड, सुन्दरकाण्ड, लंकाकाण्ड (युद्धकाण्ड) तथा उत्तरकाण्ड। बालकाण्ड छन्दों की संख्या की दृष्टि से सबसे बड़ा कांड है।
Q : रामायण के बालकांड में कितने दोहे हैं?
Ans : Bal Kand महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित रामायण और गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित श्री रामचरितमानस महाकव्य का पहला अध्याय है। गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित श्री रामचरितमानस महाकव्य के बाल काण्ड में कुल 341 दोहे हैं।
Q : बाल कांड में क्या हुआ था?
Ans : Bal Kand छन्दों की संख्या के अनुसार महाकाव्य श्रीरामचरितमानस का सबसे बड़ा अध्याय है। इस अध्याय में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम जी के जन्म से लेकर श्रीराम और सीता जी के विवाह तक के घटनाक्रम के बारे में विस्तार से बताया गया है तथा महत्त्वपूर्ण प्रसंगों का भी उल्लेख किया गया है।
Q : रामायण में बालकांड की शुरुआत कौन से श्लोक से होती है?
Ans : महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित महाकाव्य रामायण के बालकाण्ड के 77 सर्ग में कुल 2280 श्लोक हैं। महर्षि वाल्मीकि की रामायण के Bal Kand का प्रथम सर्ग ‘मूलरामायण’ के नाम से प्रसिद्ध है। रामायण में बालकांड की शुरुआत निम्नलिखित श्लोक से होती है-
श्लोकानां द्वे सहस्त्रे च साशीति शतकद्वयम्॥