नमस्कार दोस्तों ! आज हम आपके लिए स्कंद पुराण पीडीएफ ( Skand Puran In Hindi PDF ) लेकर आए हैं। 18 प्रमुख पुराणों में से एक स्कंद पुराण मूल रूप से एक शतकोटि पुराण है। 18 प्रमुख पुराणों में स्कंद पुराण का तेरहवां स्थान है। स्कंद पुराण (Skand Puran) शैव संप्रदाय का एक प्रमुख पुराण है। इस पुराण में कुल 7 खंड हैं। इस पुराण में भगवान शिव जी की महिमा का विस्तृत वर्णन किया गया है।
स्कंद पुराण पीडीएफ (Skand Puran In Hindi PDF) के डाउनलोड बटन का लिंक आपको पोस्ट में आगे दिया गया है, जहाँ से आप स्कंद पुराण पीडीएफ (Skand Puran In Hindi PDF) को आसानी से मात्र एक क्लिक में डाउनलोड कर सकते हैं।
स्कंद पुराण क्या है (Skand Puran Kya Hai)
स्कंद पुराण (Skand Puran) 18 प्रमुख पुराणों में तेरहवां स्थान रखता है। इस पुराण की रचना सातवीं शताब्दी में मानी जाती है। इस पुराण के वर्तमान समय में दो रूप खंडात्मक और संहितात्मक उपलब्ध हैं तथा इसके प्रत्येक रूप में 81 हजार श्लोक व सात खंड उपलब्ध हैं। इसलिए स्कंद पुराण (Skand Puran) आकर की दृष्टि से 18 प्रमुख पुराणों में सबसे बड़ा पुराण है। स्कंद पुराण (Skand Puran) में भगवान कार्तिकेय द्वारा शिवतत्त्व का वर्णन किया गया है इसीलिए इस पुराण का नाम स्कंद पुराण (Skand Puran) रखा गया।
स्कंद पुराण (Skand Puran) इस पुराण में तीर्थों के उपख्यानों के साथ-साथ उनकी पूजा करने की विधि का भी वर्णन किया गया है। यह पुराण देश के सभी तीर्थों के द्वारा पूरे देश के भूगोल को प्रदर्शित करता है। इस पुराण के द्वितीय खण्ड ‘वैष्णव खंड’ में जगन्नाथपुरी और चतुर्थ खंड ‘काशीखंड’ में काशी के सभी देवी-देवताओं और शिवलिंगों का आविर्भाव तथा उनकी महानता का वर्णन किया गया है। इसके साथ ही पंचम खंड ‘आवन्यखंड’ में उज्जैन के महाकलेश्वर मंदिर का वर्णन किया गया है।
भगवान शिव जी के पुत्र भगवान कार्तिकेय का नाम ही स्कन्द है। जिसका अर्थ है – क्षरण अर्थात् विनाश। भगवान शिव जी को संहार का देवता कहते हैं तथा उनके पुत्र भगवान कार्तिकेय को संहारक शस्त्र या शक्ति कहा जाता है। भगवान कार्तिकेय का जन्म तारकासुर का संहार करने के लिए ही हुआ था।
इस पुराण में कुल 7 खंड हैं, जिनके नाम निम्नलिखित हैं :-
- माहेश्वर खण्ड केदार
- वैष्णव खण्ड
- ब्रह्म खण्ड
- काशी खण्ड
- अवन्त्य खण्ड
- नागर खण्ड
- प्रभास खंड
स्कंद पुराण (Skand Puran) का प्रमुख विषय भारत के सभी शैव और वैष्णव तीर्थों की महानता का वर्णन करना है। इन तीर्थों का वर्णन करते समय ही प्रसंगवश बीच-बीच में पौराणिक कथाओं का समावेश किया गया है। साथ ही इस पुराण में भगवान शिव जी के साथ-साथ भगवान विष्णु जी और भगवान श्रीराम जी की महिमाओं का भी बहुत ही सुन्दर वर्णन देखने को मिलता है।
स्कंद पुराण हिंदी इन पीडीएफ फ्री डाउनलोड (Skand Puran In Hindi PDF Free Download)
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पुस्तक का नाम / Name of Book |
स्कंद पुराण / Skand Puran |
पुस्तक की भाषा / Language of Book |
हिंदी / Hindi |
फाइल प्रारूप / File Format |
पीडीएफ / PDF |
पुस्तक का आकार / Size of E-book |
73.5 MB |
पुस्तक में कुल पृष्ठ / Total pages in E-book |
1108 पृष्ठ |
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निष्कर्ष :- स्कंद पुराण (Skand Puran) 18 प्रमुख पुराणों में तेरहवां स्थान रखता है। इस पुराण की रचना सातवीं शताब्दी में मानी जाती है। इसके वर्तमान समय में दो रूप खंडात्मक और संहितात्मक उपलब्ध हैं तथा प्रत्येक रूप में 81 हजार श्लोक व 7 खंड उपलब्ध हैं। इसलिए स्कंद पुराण (Skand Puran) आकर की दृष्टि से 18 प्रमुख पुराणों में सबसे बड़ा पुराण है। इसमें भगवान कार्तिकेय द्वारा शिवतत्त्व का वर्णन किया गया है इसीलिए इस पुराण का नाम स्कंद पुराण (Skand Puran) रखा गया। इस पुराण में तीर्थों के उपख्यानों के साथ-साथ उनकी पूजा करने की विधि का भी वर्णन किया गया है।
आशा करता हूं कि आपको यह पोस्ट पसंद आई होगी और आपके लिए काफी उपयोगी भी रही होगी। इसलिए इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें। यदि आपको स्कंद पुराण पीडीएफ (Skand Puran In Hindi PDF) डाउनलोड करने में कोई दिक्कत आ रही है या स्कंद पुराण पीडीएफ (Skand Puran In Hindi PDF) का डाउनलोड बटन सही से काम नहीं कर रहा है तो आप कमेंट द्वारा हमें बता सकते हैं और साथ ही अगर आपको अन्य किसी पीडीएफ की भी जरूरत है तो भी आप कमेंट या कॉन्टैक्ट पेज द्वारा हमसे संपर्क कर सकते हैं।
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FAQs : Frequently Asked Questions
Q : स्कंद पुराण में क्या क्या लिखा है?
Ans : स्कंद पुराण (Skand Puran) में भगवान कार्तिकेय द्वारा शिवतत्त्व का वर्णन किया गया है इस पुराण में तीर्थों के उपख्यानों के साथ-साथ उनकी पूजा करने की विधि का भी विस्तृत वर्णन किया गया है। स्कंद पुराण (Skand Puran) में तारकासुर संहार कथा, गंगा के अवतरण की कथा (18 नदियों और गंगा अवतरण कथा), चंद्र कथा (सोमदेव, तारा, उनके पुत्र बुध की उत्पत्ति की कथा तथा 27 नक्षत्रों का वर्णन), सती कथा और समुंद्र मंथन कथा आदि का बहुत ही सुंदर,आकर्षक और विस्तृत वर्णन किया गया है।
Q : सबसे बड़ा पुराण कौन सा है?
Ans : स्कंद पुराण (Skand Puran) में 81 हजार श्लोक व सात खंड उपलब्ध हैं। इसलिए स्कंद पुराण (Skand Puran) आकर की दृष्टि से 18 प्रमुख पुराणों में सबसे बड़ा पुराण है।
Q : स्कंद पुराण कितना बड़ा है?
Ans : सभी 18 प्रमुख पुराणों में आकर की दृष्टि से स्कंद पुराण (Skand Puran) सबसे बड़ा पुराण है। इसमें 81 हजार श्लोक हैं। स्कंद पुराण (Skand Puran) में कुल 7 खंड हैं, जिनके नाम निम्नलिखित हैं :-
- माहेश्वर खण्ड
- वैष्णव खण्ड
- ब्रह्म खण्ड
- काशी खण्ड
- अवन्त्य खण्ड
- नागर खंड
- प्रभास खंड
Q : कौन से पुराण में लिखा है बांस को जलाना वर्जित है?
Ans : स्कंद पुराण (Skand Puran) में लिखा है कि बांस को जलाने से पितृ दोष लगता है। जोकि मनुष्य के स्वास्थ्य के लिए बहुत नुकसानदायक होता है।
Q : स्कंद पुराण में कुल कितने श्लोक हैं?
Ans : स्कंद पुराण (Skand Puran) में कुल 81 हजार श्लोक व सात खंड उपलब्ध हैं।
Q : स्कंद पुराण में कितने अध्याय?
Ans : स्कंद पुराण में कुल 7 खंड हैं, जिनके अंदर लगभग 17 हजार से भी अधिक अध्याय हैं।
Q : स्कंद पुराण की रचना कब हुई थी?
Ans : स्कंद पुराण (Skand Puran) 18 प्रमुख पुराणों में तेरहवां स्थान रखता है। इस पुराण की रचना सातवीं शताब्दी में मानी जाती है। इस पुराण के वर्तमान समय में दो रूप खंडात्मक और संहितात्मक उपलब्ध हैं।